भारतीय रक्षा प्रौद्योगिकी से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारीयाँ
दोस्तों इस पोस्ट में हम भारतीय रक्षा प्रौद्योगिकी से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे है, जो IBPS, RRB, Railway, LDC, Bank, P.O., Clerk, SSC, UPSC, RPSC और किसी भी अन्य परीक्षा के लिए उपयोगी साबित हो सकते है. इस पोस्ट को बनाने में सावधानी पूर्वक काफी तथ्य लिए गए है, अगर कोई और तथ्य छुट गए हो तो आप हमें कमेन्ट बॉक्स में जरुर बताएँ
भारतीय रक्षा प्रौद्योगिकी
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO-डीआरडीओ) की स्थापना वर्ष 1958 में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में की गई थी
- DRDO का मुख्य कार्य रक्षा के संदर्भ में अनुसंधान डिजाइन तथा विकास कार्यक्रमों को संचालित करना है
- भारत का एकीकृत प्रक्षेपास्त्र विकास कार्यक्रम (IGMDP) 1982-83 में आरंभ हुआ था
- 1980 में स्वतंत्र रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग का गठन किया गया जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है
- वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)की स्थापना 1942 में हुई थी इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है
- CSIR-वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद का अध्यक्ष भारत का प्रधानमंत्री होता है
- भारत का पहला प्रक्षेपास्त्र या मिसाइल पृथ्वी हैं
- पृथ्वी जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र है जिसकी मारक क्षमता 250 किलोमीटर है
- पृथ्वी का प्रथम परीक्षा 25 फरवरी 1988 को चांदीपुर अंतरिम परीक्षण केंद्र से किया गया
- अग्नि जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलेस्टिक मिसाइल है जिस की मारक क्षमता 3500 किलोमीटर तक है
- अग्नि प्रथम का सफल परीक्षण 22 मई 1989 को किया गया
- त्रिशूल कम दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है इसकी मारक क्षमता 9 किलोमीटर है.
- त्रिशूल का पहला सफल परीक्षण 5 जून 1989 को किया गया
- नाग एक टैंक रोधी निर्देशित प्रक्षेपास्त्र है जिसकी मारक क्षमता 4 किलोमीटर है
- नाग का प्रथम सफल परीक्षण 24 नवंबर 1990 को किया गया
- नाग को दागो और भूल जाओ टैंक रोधी प्रक्षेपास्त्र भी कहा जाता है
- आकाश जमीन से हवा में वार करने वाली बहूलक्षीय प्रक्षेपास्त्र है जिसकी मारक क्षमता 25 किलोमीटर है
- आकाश का प्रथम सफल परीक्षण 14 अगस्त 1990 को चांदीपुर में किया गया
- अस्त्र भारत का प्रथम हवा से हवा में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है
- युद्धक टैंक अर्जुन का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के द्वारा किया गया जिसे 1996 में सेना को समर्पित किया गया
- तेजस स्वदेश निर्मित प्रथम हल्का लड़ाकू विमान है
- प्रथम चालक रहित भारत विमान लक्ष्य है
- निशांत स्वदेशी तकनीक से निर्मित पायलट रहित प्रशिक्षण विमान है.
- ब्रह्मोस अति-स्वन क्रूज प्रक्षेपास्त्र (सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल) है
- ब्रम्होस मुख्यतः एक पोतनाशक प्रक्षेपास्त्र है
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