पृथ्वी के परिचय से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी
दोस्तों इस पोस्ट में हम पृथ्वी के परिचय से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे है, जो IBPS, RRB, Railway, LDC, Bank, P.O., Clerk, SSC, UPSC, RPSC और किसी भी अन्य परीक्षा के लिए उपयोगी साबित हो सकते है. इस पोस्ट को बनाने में सावधानी पूर्वक काफी तथ्य लिए गए है, अगर कोई और तथ्य छुट गए हो तो आप हमें कमेन्ट बॉक्स में जरुर बताएँ
पृथ्वी एक परिचय
- पृथ्वी का विषुवतीय व्यास 12756 किलोमीटर है
- पृथ्वी का ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है
- पृथ्वी का ध्रुवीय व्यास विषुवत व्यास से 42 किलोमीटर कम है
- पृथ्वी पर जल 71 प्रतिशत भाग पर उपलब्ध है
- पृथ्वी का औसत घनत्व 5.5 ग्राम/सेमी2 है
- पृथ्वी पूर्व से पश्चिम की ओर गति करती हैं
- पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना घूर्णन कहलाता है
- पृथ्वी के घूर्णन के कारण दिन और रात होते हैं
- पृथ्वी की परिक्रमण गति के कारण ऋतुओं में परिवर्तन होता है
- पृथ्वी 1 घंटे में 15 डिग्री देशांतर घूमती है
- पृथ्वी अपनी धुरी पर साढे 23 डिग्री झुकी हुई है
- पृथ्वी की भूपर्पटी क्रस्ट Crust में प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन 46.80% उपलब्ध है
- पृथ्वी गोल है यह पाइथागोरस ने कहा था
- पृथ्वी की सतह के नीचे का द्रवित शैल मैग्मा कहलाता है
- पृथ्वी तथा सूर्य के मध्य अधिकतम दूरी 4 जुलाई को या अपसौर की समय होती है
- पृथ्वी सूर्य के मध्य न्यूनतम दूरी 3 जनवरी को उपसौर के समय होती है
- उपसौरिक एव अपसौरिक को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा को एपसाइड रेखा कहते हैं
- पृथ्वी की अपेक्षा चंद्रमा का द्रव्यमान 1/81 है
- पृथ्वी का सबसे बड़ा हिमखंड अंटार्कटिका है
- पृथ्वी की आंतरिक संरचना सियाल, सीमा एवं क्रोड़ (निफे) से बनी है
- पृथ्वी के सबसे भीतरी परत को क्रोड़ या निफे कहते हैं
- क्रोड़ लोहा तथा निकल से बना होता है
- सियाल सिलिकॉन और एल्युमिनियम से बना होता है
- सीमा सिलिकॉन एवं मैग्नीशियम से बना होता है
- ज्वालामुखी को पृथ्वी का सुरक्षा वाल्व कहते हैं
- पृथ्वी के बाहरी भित्ति का ऊपरी भाग एस्थेनोस्फीयर कहलाता है
- पृथ्वी का सबसे लंबा दिन 21 जून को उत्तरी गोलार्ध में तथा 22 दिसंबर को दक्षिणी गोलार्ध में होता है
- पृथ्वी पर सबसे छोटा दिन 22 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध तथा 21 जून को दक्षिणी गोलार्ध में होता है
- पृथ्वी पर दिन और रात 23 सितंबर और 21 मार्च को बराबर होते है
- जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो वह स्थिति चंद्रग्रहण कहलाती है
- जब सूर्य और पृथ्वी के मध्य चंद्रमा आ जाता है तो वह स्थिति सूर्यग्रहण कहलाती है
- पृथ्वी से चंद्रमा का 57% भाग दिखाई देता है
- पृथ्वी की आयु यूरेनियम काल निर्धारण विधि द्वारा ज्ञात की जाती है
- अश्व अक्षांश 30 डिग्री से 40 डिग्री उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांशों पर स्थित है
- पृथ्वी पर कुल 180 अक्षांश रेखाएं तथा 360 देशांतर रेखाएं स्थित है
- दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी को गोरे कहा जाता है
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